पूरा भारत गरमी में तप रहा है। तापमान पैंतालिस डिग्री सेल्सियस पार पहुंच चुका है। मगर क्या आपको पता है कि दुनिया का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां पूरे साल कम से कम तापमान पैंतालिस डिग्री सेल्सियस ही रहता है और मई जून में यहां इकसठ डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच जाता है।
लीबिया देश का एक कस्बा है, घदामेस। जहां लोग पूरे साल गरमी सहने को मजबूर हैं। यहां न तो पूरे साल बरसात होती है और न ही सर्दी पड़ती है। यहां की आबादी दस हजार है। इस इलाके को यूनेस्को ने वैश्विक धरोहर घोषित किया है। यहां जगह जगह नदियां दिखाई देती हैं। मगर यह पानी से भरी नदियां नहीं हैं बल्कि सल्फर एसिड की नदियां हैं। इनमें अगर गलती से भी हाथ डाल दिया तो पूरा हाथ जल जाएगा। यहां पत्थर इतने गरम हैं कि इन पर आसानी से रोटी संेकी जा सकती हैं। यही कारण है कि यहां के लोग अपने घरों को मिट्टी का बनाते हैं। सूरज के ताप को रोकने के लिए इन घरों क दीवारें पांच फिट तक मोटी होती हैं। गलियां भी मिट्टी की छत से ढकी होती हैं।