नई दिल्ली। दिसंबर 2012 में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार के मुख्य आरोपी राम सिंह ने 11 मार्च 2013 की सुबह तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिस चलती हुई बस में बलात्कार किया गया था, उसके ड्राइवर राम सिंह की इस ही दिन कोर्ट में पेशी होनी थी लेकिन सुबह जेल के चैकीदार ने उसे मरा हुआ पाया। उसके शव को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जेल के अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों से राम सिंह किसी से बातचीत नहीं कर रहा था और 10 मार्च 2013 को उसने रात का खाना भी नहीं खाया था। जेल में उस पर खास निगरानी रखी जा रही थी क्योंकि ऐसा लग रहा था कि वो आत्महत्या करने की कोशिश करेगा। इसके बावजूद, राम सिंह ने सुबह पांच बजे के पहले अपने कपड़ों का इस्तेमाल करके खुद को जेल के कक्ष में ही फांसी लगा ली।
राम सिंह के परिवार का कहना है कि ये मामला हत्या का है जिसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है। राम सिंह के वकील वी.के. आनंद ने भी कहा कि वो नहीं मानते कि राम सिंह आत्महत्या कर सकता था क्योंकि उसके एक हाथ में पुरानी चोट लगने के कारण उसमे इतनी ताकत नहीं थी कि वो खुदको फांसी लगा पाए। उन्होनें जांच की मांग की है लेकिन पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि दरअसल मौत का कारण क्या है। दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट द्वारा एक जांच लागू की है जिससे जल्द से जल्द इस गुत्थी को सुलझाया जा सके।
दिल्ली सामूहिक बलात्कार के अभियुक्त ने की आत्महत्या
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