नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बाद अब दिल्ली में भी मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यहां मैगी की जांच रिपोर्ट में आए नतीजों से साफ है कि इसमें सेहत के लिए नुकसानदायक तत्व शीशे और मोनोसोडियम ग्लूटामेट की मात्रा मानक से बहुत ज्यादा है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मैगी की कंपनी नेस्ले इंडिया के अधिकारियों से 3 जून को मुलाकात की। मुलाकात के बाद फिलहाल पंद्रह दिन के लिए मैगी पर अस्थायी रोक के आदेश दे दिए गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी ज़्यादा से ज्यादा नमूनों की जांच के बाद स्थायी रोक लगाने पर फैसला करेंगे। केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि मैगी जैसे मामलों के लिए एक नए कानून बनाने पर चर्चा चल रही है। ऐसी कंपनियां जो उभोक्ताओं को धोखा देती हैं। उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करती हैं। उनके खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की तैयारी है। कंपनी मालिक को आजीवन कारावास की सजा का नियम भी बन सकता है। कर्नाटक, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तराखंड, गोवा में भी मैगी की जांच के आदेश दिए गए हैं।
प्रचार करने वालों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, प्रीति जिंटा कई सालों से मैगी का प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में इन लोगों की जवाबदेही भी होनी चाहिए। बिहार की मुजफ्फपुर के कोर्ट ने इनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज होने के आदेश जारी कर दिए हैं।