उत्तर प्रदश और बिहार।यहाँ में 38 लोगों की इस साल एन्सिफिलाइटिस (जिसे बोल चाल की भाषा में दिमागी बुखार भी कहते हैं) बीमारी से मौत हो गयी। हर साल बारिश के मौसम में इस बीमारी के केस ज्यादातर अस्पतालों में आते हैं लेकिन इस साल बारिश के पहले ही लगभग सौ से भी ज्यादा लोग जिनमे बच्चे भी शामिल हैं इस बीमारी का शिकार बने।
ये बुखार एक ऐसे कीटाणु से होता है जो टट्टी में पाया जाता है। इस बुखार से दिमाग में सूजन हो जाती है। बच्चे अक्सर इस बीमारी का शिकार होते है। लेकिन लगभग पचास प्रतिशत केसों में इस बीमारी का कारण बताना संभव नहीं होता है। उत्तर प्रदेश में चैंतीस लोग इस बीमारी से मरे हैं और बिहार में चार लोग। इस क्षेत्र में काम करने वालेे डॉक्टर ने बताया की बारिश का मौसम अभी शुरू होने को है, तब आना और देखना एन्सिफिलाइटिस महामारी का असली चेहरा। ये सब इसके बावजूद हो रहा है जब मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने रायजा स्वास्थ्य विभाग को बचाव के लिए पहले ही इत्तेलाह कर दिया था। बचाव का सबसे पहला कदम है साफ सफाई।