जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव देवल। हिंया के जहुरिया का मनसवा मुनुवा का खतम भे दस बरस होइगे हवै। जबै से जहुरिया चार बच्चन का लइके गिरे घर मा रहत हवै। कइयौ दरकी प्रधान शान्ती देवी से कालोनी के मांग करिस हवै, पै आज तक वहिका कोलानी नहीं मिली आय।
जहुरिया बताइस कि मैं मुश्लिम जाति के मेहरिया हौं मोरे एकौ जमीन नहीं आय। जबै से मनसवा मुनुवा खतम भा। तबै से चार लड़का लइके वही गिरे घर मा रहत हवै। बरसात के महीना मा नींद भर सोये का तरसत हन। काहे से कउनौ छावैं बनवावंै वाला नहीं आय। चार छोट छोट लड़का हवै। उंई कुछौ नहीं कइ पावत हवै। मझिला बेटवा पागल हवै। वा अपने से कुछौ काम नहीं कइ पावत हवै। या कारन मैं अउर भी ज्यादा परेशान रहत हौं। प्रधान कालोनी पास करवा दे तौ कुछौ रहै का जघा होइ जात। काहे से मैं बहुतै परेशान हौं।
प्रधान शान्ती देवी का मनसवा शिवबरन का कहब हवै कि जहुरिया के कालोनी का फारम भरवा दीन गा हवै। जबै कालोनी पास होइ तौ कालोनी दीन जई।
दस बरस से कालोनी के मांग
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