जि़ला मुरैना, मध्य प्रदेश। मुरैना जि़ले के पुरावसकलां गांव की बादामी बाई को देश का 68वां स्वतंत्रता दिवस सही मायने में आज़ादी दे गया। दलित महिला सरपंच बादामी बाई को चार साल की लड़ाई के बाद झंडा फहराने का हक मिला।
बीते चार सालों से गांव के ऊंची जाति के दबंग बादामी देवी की जगह खुद झंडा फहराते थे। लेकिन इस बार बादामी बाई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से मुलाकात कर अपना अधिकार मांगा। मुख्यमंत्री ने जि़ला प्रशासन को कार्रवाई के आदेश दिए।
इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रशासन की मौजूदगी में बादामी बाई ने झंडा फहराया। बादामी देवी ने जि़ले के डीएम से लेकर भारतीय मानवाधिकार आयोग तक से शिकायत की थी। उसका कहना था कि पिछले वर्षों में वह झंडा रोहण में आती तो थी लेकिन उसे झंडे के करीब तक नहीं जाने दिया जाता था।