सरकार ने बुन्देल खण्ड के जिलों में दलहन की खरीद के लिए केंद्र खोले हैं। लेकिन प्रशासन की लापरवाही से किसानों के लिए परेशानी का सबक बन गई हैं।महोबा जिले के कबरई ब्लाक के पचपहरा गांव की किसान मंडी जिले में एक मात्र खरीद केंद्र है, पर यहां भी तौल के लिए एक ही कांटा है। इसलिए लम्बे इंतजार के बाद भी किसान अपनी दलहन नहीं बेंच पा रहें हैं। चिंतित किसानों का आरोप है कि देरी से सीधा मुनाफा आढ़तियों और दलालों को होगा, हम किसान ऐसे ही परेशान होते रहेंगे। इसलिए 18 जनवरी को किसानों ने जाम लगाया। किसानों का कहना कि दूसरा कांटा न लगाया गया तो जान देने के लिए मजबूर हों जायेगें।
महेश प्रताप का कहना है कि तौलने में एक-एक हजार तौलने का लेते है। मंडी की डाल खरीद लेते है किसानो का नहीं खरीदते है।इंतजार से परेशान होकर चरखारी के एक किसान ने आत्महत्या कर ली है। मनोज कुमार तिवारी का कहना है कि एक कांटा से पूरे जिले की दालें नहीं तौल सकते हैं।जयहिंद का कहना है कि किसानों का माल नहीं तौला जायेगा तो आत्महत्या करेगें और रोज जाम लगायेगें। डीएम राम विशाल मिश्रा का कहना है कि यह हमारा काम नहीं है। पीसीएफ विभाग कांटा बढ़ाने का काम करेगी।
रिपोर्टर- श्यामकली
Published on Jan 18, 2018