वाशिंगटन, अमेरिका। भारत में महिलाओं पर होने वाले तेज़ाब हमलों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए लक्ष्मी को अमेरिका देश में ‘इंटरनेशनल वुमन ऑफ करेज अवार्ड’ (अंतरराष्ट्रीय साहसी महिला पुरस्कार) से सम्मानित किया गया। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी मिशेल ओबामा भी मौजूद थीं।
2005 में दिल्ली में रह रही पंद्रह साल की लक्ष्मी पर तेज़ाब फेंका गया था। उनके चेहरे पर उनकी सहेली के भाई नइम खान ने तेज़ाब फेंका था क्योंकी लक्ष्मी ने उसके प्यार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
लक्ष्मी ने साहस दिखाते हुए अपने आप को छिपाया नहीं बल्कि तेज़ाब के हमले रोकने का अभियान शुरू किया। वे टी.वी. पर कई बार आईं और तेज़ाब की खुलेआम बिक्री पर रोक लगाने के आवेदन पर सत्ताइस हज़ार हस्ताक्षर जुटाए। इतना ही नहीं, अपने मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाने में भी वह कामयाब हुईं। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को तेज़ाब की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए आदेश जारी किया।