मुंबई। समाजसेवी तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर और दफ्तर पर 14 जुलाई को सी.बी.आई. ने छापा मारा। इस पर तीस्ता ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि इस तरह से मेरे खिलाफ भय का माहौल क्यों बनाया जा रहा है। 30 जून को मैंने जांच में पूरी तरह से सहयोग करने और लेनदेन संबंधित सारे दस्तावेज़ भी सी.बी.आई.को दिए जाने का वादा किया था। फिर सी.बी.आई. ने ऐसा क्यों किया?
उन्होंने कहा सी.बी.आई. सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत आती है। यह कार्रवाई गुजरात पुलिस की शिकायत पर की गई है। हमारी संस्था सबरंग गुजरात दंगों का सामना करने वालों की कानूनी मदद कर रही है। इसलिए हमंे डराने के लिए यह सब किया जा रहा है।
क्या है मामला
तीस्ता सीतलवाड़ पर कानून का उल्लंघन करके विदेशी चंदा लेने और उसके गलत इस्तेमाल का आरोप है। उनके खिलाफ 7 जुलाई को एफ.आई.आर. दर्ज हुई थी। 2008-2009 को एक करोड़ अट्ठारह लाख रुपए सबरंग ट्रस्ट के खाते में आए थे। इन्हीं पैसों को लेकर उन पर कानूनी कार्रवाई चल रही है। तीस्ता, उनके पति और ट्रस्टी गुलाम मोहम्मद एक पत्रिका से जुड़े हैं। कानून के अनुसार पत्रकार विदेशी चंदा नहीं ले सकते हैं।