जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव हस्तम अउर अधरोरी। हेंया के किसानन का आरोप है कि 1 जनवरी 2015 से धान तउल खातिर अतर्रा भारतीय खाद निगम केन्द्र मा बसे हैं। मजदूरी करैं का नुकसान होत है। खाना अउर अलाव के व्यवस्था खुद से करैं मा रुपिया खर्च होत है।
हस्तम के किसान कामता, सुखेन्द्र अउर अधरोरी राजकरन और धनीराम का कहब है कि एक एक टैªक्टर भर के धान तउल करावैं का लाये हन। सुबेरे ओस गिरैं से धान मा नमी आ गे है जेहिसे धान जम गा है। आपन नम्बर आवैं के आसरा मा एक महीना बीतैं वाला है। 22 जनवरी के बारिस मा धान भीज भी गा है।
भारतीय खाद निगम केन्द्र प्रभारी नेपेन पटेल कहिन कि किसान आपन नम्बर पहिले लगावैं के चक्कर मा भर्रव मचा देत हैं। या मारे तउल भी नहीं होई पावत आय।
‘नियम तौ है कि नंबर के हिसाब से तउल कीन जात है, पै केन्द्र प्रभारी बड़े किसान का नंबर लगाये बेगैर तउल करत हैं।’
अतर्रा एस.डी.एम. मनोज कुमार कहिन कि धान तउल करावै आये किसानन का नंबर केन्द्र प्रभारी नहीं मंडी का मेन गेट घुसतै नम्बर के पर्ची काट दीन जई। इनतान नम्बर लाग जई अउर तउल भी जल्दी होई पाई।
तउल खातिर मण्डी मा एक महीना से बसे किसान
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