डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ने का मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं हुआ कि नाम बदलने को लेकर दलितों के विरोध के साथ सियासी घमासान भी जारी हो गया। चित्रकूट के पाठा क्षेत्र जहां कुछ लोगों से खबर लहरिया रिपोटर ने मुलाकात की।
बसपा नेता बीएल सविता का कहना है कि जो हो रहा है गलत हो रहा है जो वास्तविक नाम डाक्टर भीमराव अम्बेडकर है तो वही होना चाहिए। गलत सोच के कारण दूसरा नाम बदला गया है। मोहम्मद हसून ने बताया कि शुरू से डाक्टर भीमराव अम्बेडकर चल रहा है। सब बच्चें स्कूल में पढ़ते हैं। नाम बदला जायेगा तो बच्चों को दूसरा नाम लेने में असुविधा होगी। देशराज सिंह ने बताया कि बीजेपी वाले दलितों को बहकाना चाहते हैं और बाबा साहब को महिमा मंडित करने का प्रयास कर रही है,इससे उनको कुछ फायदा नहीं हो रहा है। बीजेपी की सोची समझी साजिश है। बाबा साहब के अनुयायी को भटकना चाहती है। ये वोट लेने के लिए हथकंडा अपना रही है। इसके खिलाफ आन्दोलन करेंगे। भाजपा जिला उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खड़े का कहना है कि इसके पीछे कोई सोंच नहीं है। किसी का अगर पूरा नाम है तो वह लिया जाये। भीमराव अम्बेडकर की पहचान पूरे विश्व को दिलाने के लिए तो प्रधानमंत्री मोदी ने पंच तीर्थ के निर्माण का काम कराया। डाक्टर भीमराव रामजी अम्बेडकर उनका पूरा नाम है।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति