राजस्थान के बाड़मेर में एक 17 वर्षीय दलित छात्रा डेल्टा मेघवाल के साथ दुष्कर्म कर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। यह घटना 29 मार्च की है। डेल्टा मेघवाल बाड़मेर के नोखा कस्बे के जैन आदर्श टीचर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ रही थी। बाड़मेर जिले में तरोमोही गांव की रहने वाली यह छात्रा बहुत अच्छी पेंटिग भी करती थी। मेघवाल पुरस्कार विजेता कलाकार थी।
रिपोर्ट के मुताबिक 28 मार्च को रात 8 बजे मेघवाल ने अपने पिता को फोन किया और बताया कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है।
मेघवाल ने यह भी बताया कि हॉस्टल वार्डन प्रिया शुक्ला ने उसे पीटी इंस्ट्रक्टर विजेंदर सिंह का कमरा साफ करने के लिए भेजा। वहां आरोपी विजेंद्र सिंह ने उसका रेप किया। जिस दिन यह घटना हुई उस दिन हॉस्टल के भीतर चार लड़कियां ही मौजूद थी। बाकी लड़कियां अपने घर गई हुई थी।
दलित छात्रा डेल्टा मेघवाल की टीचर्स ट्रेनिंग संस्थान में टीचर द्वारा रेप और हत्या के बाद शिक्षण संस्थानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अपनी बेटी की रेप के बाद हत्या से आहत छात्रा डेल्टा मेघवाल के पिता का दर्द उनके साथियों ने सोशल मीडिया पर सामने रखा है।
डेल्टा मेघवाल के पिताजी महेंद्राराम मेघवाल ने कहा कि, ‘मैं एक शिक्षक होने के बावजूद अब यह कहूंगा कि कोई पिता अपनी बेटी को दसवीं कक्षा से आगे की पढाई ना करवाए! क्योंकि हर जगह इंसान के रूप मे भेडि़ये घूम रहे हैं….खा जायेंगे निगल जायेंगे।’
मेघवाल का शव कॉलेज के छात्रावास की पानी की टंकी में पाया गया था। लेकिन पुलिस ने एफआइआर में बताया कि मेघवाल का शव नगर-निगम के कचरा ट्रैक्टर में पड़ा मिला।
पुलिस की कार्यवाही से नाराज होकर स्थानिय लोगों ने आंदोलन किया।