जिला बांदा, कस्बा बांदा नवरात्री के मेला मा टैटू गोदबै के धूम रहि है। या मेला मा बहुतै मड़ई टैटू गुदवाइन है। टैटू मा मड़ई आपन नाम, चिड़िया, ओम अउर तरह-तरह के तस्वीर बनवावत है।
आंचल का कहब है कि मैं आपन हाथ मा चिड़िया गोदवाये हौं पहिले मोहिका डेर लागत रहै। अब नींक लागत है।
रोशनी श्री वास्तव का कहब है कि टैटू गोदवावत दरकी गुदगुदी लागत रहै। बहुतै दिना से गोदावे के सोंचत रहि हौं अब आपन नाम गोदाय हौं रोशनी श्रीवास्तव।
टैटू बनावै वाले अनीश मोहम्मद का कहब है कि आस-पास के मेला मा हम गोदे वाला काम करित हन।
मेला मा बिटिया लड़का आवत हैं तौ तरह-तरह के टैटू बनवावत है। कउनौ एक दूसरे का नाम लिखवावत है,तौ कउनौ ओम, स्टार बनवावत है, सीता राम के तस्वीर समेत कइयौतान के तस्वीर भी बनावत है।
बिटिया लड़का हाथ के कलाई, बांह, गोड़ मा अउर नाक तक मा टैटू बनवावत हैं। 20-25 साल से गोदना का काम करत होइगे हैं।
टैटू बनावे वाला रबी का कहब है कि मैं पढ़ाई करे जात रहें हौं तौ यहै काम हुंवा करत रहेंव यहै कारन मैं पढ़ाई नहीं कर पाये हौ। हमार बाप अउर चाचा सब यहै गोदे वाला काम करत है। एक चिड़िया गोदे मा 60 रुपिया लागत है। चिड़िया का रंगीन बनावै मा 120 रुपिया लागत है।
रिपोर्टर- कविता देवी
Published on Apr 5, 2017