जिला झांसी, शहर झांसी में कौशल विकास योजना के तहत मोड़ीयन को निशुल्क प्रशिक्षण दओ जा रओ। जी से बे आत्मनिर्भर बन सके।
पंकज सिंह ट्रेनर ने बताई के हमे कम्पनी ने जो बच्चन को प्रशिक्षण देत। जैसे दवाई बांटबो, इंजेक्शन लगाबो, डिलेवरी से सम्बंधित सीखो। जो एक महीना तक चल हे सुबह दस से चार बजे तक। हमे जो कम्पनी बबीना, बडगांव, चिरगांव, मोठ चार जघा चल रई अबे।
प्रशिक्षण लेबे के लाने मोड़ीयन के पास हाई स्कूल की मार्कशीट, जाती प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, और बैंक की पास बुक जे सब लगती।
जब फिर इनको नाम लिखत जामे केवल चौदह से पैतीस साल तक की मोड़ीए ही फार्म भर सकती।
इन्हें हम ओरे खुद ही पढ़ात जब जे पास हो जेहे फिर हम इन्हें नौकरी के लाने कमला ,या कनकने अस्पताल में भेजत।
अगर इते नौकरी नइ मिलत तौ बे बहार भी जा सकत। और इन्हें किताबे ड्रेस सब कम्पनी द्वारा निशुल्क मिलती और इन ओरन को हमाई कम्पनी नौकरी दुबा हे।
हमने अबे एक सौ तेईस बच्चा पढाये ते जीमे से सतासी बच्चा पास भये ते। और बयालिस बच्चा नौकरी कर रए मुंबई में बाकी अपने झांसी में कर रए अबे तीन महीना पहले इन ओरन को प्रशिक्षण दओ तो। अबे हमे कम्पनी नइ हे फरवरी दो हजार सोलह से आई।
प्रमिला ने बताई के जो कोर्स छह महीना को हे हमे तीन महीना भए। अच्छी पढ़ाई होत सब अच्छे से सीखबे को मिलत।
अब आगे नौकरी कर हे और सब से जोई कहे के सीखो आगे बढ़ो और आत्म निर्भर बनो। एक दुसरे के संगे सिखात हे भोत अच्छो भी लगत। और अपनी जिन्दगी में आगे बढ़ बे मिल रओ जी से हम आगे चल के कछु कर सकत अपने पावन पे खड़े हो सकत।
रिपोर्टर- सफीना
Published on Jan 24, 2017