भारत ने 15 साल बाद जूनियर हॉकी विश्व कप जीत लिया है। मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में लगभग दस हज़ार दर्शकों के बीच भारत ने बेल्जियम को 2-1 से हरा दिया और खिताब पर कब्जा कर लिया। भारत के दो गोल के जवाब में बेल्जियम मात्र एक गोल ही दाग पाया। भारत के लिये गुरजंत सिंह और सिमरनजीत सिंह ने गोल किये जबकि बेल्जियम के लिये आखिरी मिनट में पेनल्टी कार्नर पर फेब्रिस वान बोकरिज ने गोल किया।
बेल्जियम को 2-1 से हराकर भारत देशवासियों को अर्से बाद हॉकी के मैदान पर खिताब तोहफे में दे दिया है। इससे पहले 2001 में ऑस्ट्रेलिया के होबर्ट में भारतीय टीम ने अर्जेंटीना को 6-1 से हराकर एकमात्र जूनियर विश्व कप जीता था।
भारतीय हॉकी प्रेमियों ने ऐसा अप्रतिम मंजर बरसों बाद देखा जब टीम के हर मूव पर ‘इंडिया इंडिया’ के नारे लगाते दस हज़ार से ज़्यादा दर्शकों का शोर गुंजायमान था। मैदान के चारों ओर दर्शक दीर्घा में लहराते तिरंगों और हिलोरे मारते दर्शकों के जोश ने अनूठा समा बांध दिया। जिसने भी यह मैच मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर बैठकर देखा, वह शायद बरसों तक इस अनुभव को भुला नहीं सकेगा।