चित्रकूट जिला मा किसानन के सदमा से होय वाली मौतै घटैं के बजाय बढ़तै जात हवै। आखिर सरकार या घअना का रोकै मा काहे नाकम साबित होत देखाई देत हवै।
ब्लाक कर्वी, गांव इटरौर। हिंया के सुरतिया कहिस कि 1 दिसंबर का मनसवा रामकिशोर पटेल खेत मा पानी लगावत रहै। वहिके अचानक हार्ट अटैक से मौत होइगे। सुरतिया का कहब हवै किमनसवा रामकिशोर पटेल खेती किसानी करत रहै। तीन साल से सूखा परत हवै। यहिसे खेती मा कउनौ फसल नींक नहीं भे आय। खेती से घर का खर्चा चलत रहै। यहिके अलावा कउनौ दूसर काम भी नहीं रहै। तीन साल से हम लोग समसया से जूझत रहेन। तीन लड़का हवैं। दुइ लड़कन के मानसिक स्थिति सही नहीं आय। एक लड़का बाहर रहत हवै। वहिसे कउनौ मतलब नहीं आय कि लोग मरे या जिंदा हवैं। मैं भी गोड़ से विकलांग हौं। मनसवा का चिंता रहत रहै कि सूखा परै के कारन गुजारा कसत होइ। दुइ हजार रुपिया गांव के मड़इन से कर्जा भी लीने हवै। या कर्जा कसत भरिहौं। इं चिंता मनसवा का रहैं। अगर सरकार कइती से मुआवजा मिल जाये तौ नींक रहै।
कर्वी, गांव खप्टिहा। हिंया भी किसान शंभू पटेल के 23 नवंबर का हार्ट अटैक से मौत होइगे रहै। वहिका चिंता रहै कि लड़की के शादी भी करै का हवै अउर खेती मा कुछौ नहीं भा आय। यहिसे लड़की के शादी कसत करिहौं। अनिल पटेल उर्फ राजू का कहब हवै कि शंभू पटैल मोर चाचा रहै। वहिके सात बीघा जमीन हवै। खेती मा तीन साल से कउनौ फसल नहीं भे आय। चााचा के दुइ लड़की एक लड़का हवै। वा आपन परिवार वालेन का पेट किसानी कइके भरत रहै। 23 नवंबर का चाचा भागवत सुनत रहै। वहै समय उनका हार्ट अटैक भा अउर लगभग पन्द्रह मिनट मा मर गें। चाचा का चिंता रहै कि रुपिया नहीं आय अउर लड़की के शादी भी करैं का हवै। यहिसे उनके तेरहीं 6 दिसंबर का कइके लड़की बिट्टन उर्फ पूजा के शादी एक दिन बढ़ा के 7 दिसंबर का कीन गे हवै।
जिला मा दुइ अउर किसानन के सदमा से मौत
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