जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव इटखरी अउर पुरवा तरौंहां के मड़इन का आरोप हवै कि उनके जानवरन का सरकार कइती से भूसा नहीं बांटा गा हवै। यहिसे उनके जानवर भुखे रहैं का मजबूर अउर अन्ना फिरत हवै।
पुरवा तरौंहां गांव के विजय अउर इटखरी गांव के नत्थू कहिन कि हम लोग जानवर पाले हन। तीन साल से सूखा परैं के कारन जानवरन का भूसा अउर चारा के व्यवस्था नहीं होइ पावत हवै। किसानी मा कउनौ फायदा नहीं आय। यहिसे किसान के परिवार मा दुइ जून चूल्हा जलब मुश्किल होइगा हवै। जबै परिवार वालेन का पेट भर खना नहीं मिलत तौ अपने जानवरन का भूसा कसत खरीद सकित हन। काहे से कि भूसा या समय सौ रुपिया कुंतल मिलत हवै। सरकार कइती से जानवरन खातिर सेत मा भूसा बांटै का नियम हवै, पै हमरे जानवरन का वहौ नहीं मिलत आय। शिवरामपुर पशु विभाग के डाक्टर देवनारयण कहिन कि भइंस का आठ किलो छोट जानवर का चार किला गाय का छह किलो अउर छोट जानवरन का तीन किलो भूसा बांटा जात हवै। जउन मड़इन के जानवरन का भूसा दीन जई।
रिपोर्टर – तबस्सुम