जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा, पंचायत गाव इन्दरवा। उहां ग्रामिण के सहयोग से प्राथमिक विद्यालय से मध्य विद्यालय बनलई। आई के दिन में उ विद्यालय उत्क्रमित उच्च विद्यालय के नाम से जा रहल हई। एतेक विकास एकता के कारण भेलई। जहां के नाम सुनते ही लोग डर जाईत रहलई, आज उहां शिक्षा के बरसा हो रहल हई।
ओई गांव के ग्रामिण रामप्रीत राय, गिरधारी राय, श्याम राय कहलथिन कि इहां से चार नदी पार कके लड़का-लड़की सोनबरसा पढ़े जाईत रहलई। ओकरा बाद शिक्षक भिखारी महतो 29 जुलाई 2009 के अउर प्रधानाध्यापक के रूप में रामज्ञान यादव 17 जुलाई 2012 के एई विद्यालय मे अलथिन। आई इनका मेहनत अउर हमरा सबके सहयोग से होलई। पूर्व जिला पारिषद सुरेन्द्र यादव कहलथिन कि पहिले एई विद्यालय मे भूमि दाता राम विलास राय पच्चास एकर जमीन देले रहई। लेकिन आई के दिन में ग्रामिण द्वारा चन्दा इक्कट्ठा करके एक एकड़ जमीन खरीदल गेलई। शिक्षक भिखारी महतो कहलथिन कि एई विद्यालय में 1225 बच्चा के नामांकन हई अउर तेरह शिक्षक-श्क्षििका छथिन। इहां अवासीय छात्रावास में 115 छात्र पढ़े अवई छई। प्रधनाध्यापक रामज्ञान यादव कहलथिन कि 11 अगस्त से इ मध्य विद्यालय में हाई स्कूल के पढ़ाई शुरू हो गेलई।
प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी कामेंश्वर पासवान कहलथिन कि सोनबरसा प्रखण्ड के 141 विद्यालय में सबसे पहला स्थान ओई विद्यालय के हई। उहां शिक्षा, साफ-सफाई, अनुशासन अउर पुरा व्यवस्था हई।
जहां चाह उहां राह
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