चित्रकूट जिला मा पांच ब्लाक हवैं। इं ब्लाकन के गांव मा सड़कन के हालत बहुतै खराब हवै। सड़क खराब होय के कारन मड़इन का कइयौतान के समस्या झेलैं का परत हवै। यहिकर उदाहरण ब्लाक पहाड़ी, गांव साईंपुर के मुस्लिम बस्ती अउर मानिकपुर ब्लाक, गांव इंटवा डुड़ैला का हवै।
पहिले बात करित हन पहाड़ी ब्लाक, गांव साईंपुर के मुस्लिम बस्ती का हिंया लगभग सात सौ मीटर सड़क बनवावैं खातिर मड़ई प्रधान से कहिके चुपचाप बइठ गें, पै सड़क बनवावैं खातिर प्रधान के कान मा अबै तक जूं नहीं रेंगत आय। काहे से कि खराब सड़क का एक गम्भीर मुद्दा हवै। गांव के मड़इन का प्रधान से उम्मीद रहत हवै कि प्रधान हमार समस्या का खतम कइ सकत हवै। यहै कारन से गांव के जनता अपने बीच से इनतान के मड़इन का वोट दइके जीतावत हवै। जउन कि उनके समस्या का समझै अउर खतम करैं के कोशिश करै।
अब सवाल या उठत हवै कि का प्रधान मड़इन के समस्या का नहीं समझत हवै। या फेर सड़क बनवावैं खातिर वहिके कउनौ जिम्मेदारी नहीं होत आय। यहिके खातिर प्रधान का आपन जिम्मेदारी समझैं के जरूरत हवै। तबहिने प्रधान जनता का दिल जीत सकत हवै?
या बात के जवाबदेही प्रधान से बी.डी.ओ. अउर सी.डी.ओ. का लें के जरूरत हवै? आखिर कउन कारन हवै। जेहिसे अबै तक सड़क नहीं बनी आय। यहिके बाद सरकार का जिला स्तर के अधिकारिन से जवाब लें के जरूरत हवै। तबहिने गांव मा सड़क के समस्या खतम होइ। या बात का हमेशा जनता का इंतजार रहत हवै।
जवाबदेही का इंतजार, जनता करै
पिछला लेख