महोबा शहर, गांधी नगर। एते 29 दिसम्बर 2014 खा जर-जर दुकानन खा गिराये के कारन सिक्ख समुदाय के साथे गौतम शर्मा ओर पुलिस प्रसाशन के बीच नोक-झोक भई हे। जीमे सिक्ख समुदाय के आदमियन ने पुलिस के ऊपर पथराव भी करो हे। ईखे बीच-बचाव ओर समझौता कराये खे लाने डी.एम., एस.पी. ओर एस.डी.एम. आये हते। सिक्ख समुदाय के आदमी देखत-देखत परिवार के साथे सड़क में उतर आये। ईसे पूरे शहर में काफी भयभीत माहौल रहो। सिक्ख समुदाय के मुन्ना ने बताओ कि ई दुकाने गौतम शर्मा की हती। हम ई दुकानन में तीस साल से दुकान धरे हें। 29 दिसम्बर खा हम जागे नई पाये ओर गौतम शर्मा ने जे.सी.बी. मशीन से हमाई दुकाने गिरा दई। हमाओ लाखन रुपइया को सामान बरबाद हो गओ। ऊ कहत हे कि अगर हकीकत में मुख्यमन्त्री ने ही जा आदेश दओ हे तो दुकाने का हम महोबा शहर छोड़ के चले जेबी, पे प्रशासन मुख्मन्त्री की आड़ में हमसे झूठ बोली हे। एईसे आदमियन ने गौतम शर्मा के मकान को घेराव करो हे। ओर अन्दर से चार-पांच हवाई फायरिंग भी करी हे। सिक्ख समुदाय के आदमियन खा गुस्सा देख के पूरो प्रशासन हिल गओ हे। तीन दिन बराबर पुलिस को जमावड़ा रहो हे।
महोबा एस.पी. रामकिशोर ने बताओ कि 4 जनवरी 2015 खा सिक्ख समुदाय ओर गौतम शर्मा को समझौता डी.एम. वीरेश्वर सिंह कराहें। काय से गौतम शर्मा ने दो दुकाने देय खा तो कह दओ हे, पे किराया अभे तक नई तय हो पाओ हे।
जर-जर दुकाने गिरायें में मचो बवाल
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