धन के लिए नहीं बल्कि समाज सेवा के लिए की है। राजनीति इस नारे के साथ चुनावी इतिहास में पहली बार उतरी है किन्नर अंगूरी। वह महोबा के कबरई नगर पंचायत से अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोंक रही है। यहां बारह साल से रहनें वाली पैतालिस साल की अंगूरी का चुनाव चिन्ह जीप है।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष शिवपाल तिवारी को अपना गुरु मानने वाली अंगूरी उनके चुनाव में न होने के कारण चुनाव लड़ रही है। अध्यक्ष पद की सीट पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित है।
अंगूरी का कहना है कि मैं सुबह चार बजें उठती हूँ और नित्य काम करनें के बाद चुनावी काम में लग जाती हूँ। मुझे किसी ने चुनाव लड़ने को नहीं कहा है मैं अपने दिल की आवाज सुनकर चुनावी मैदान में आई हूँ। कागजात बनवाने में अफसर और लोगों ने साथ दिया है। मेरे साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं हुआ। जनता की मांग के हिसाब से विकास होगा। आगे की राजनीति में किसी भी पार्टी का हाथ थाम सकती हूँ हर मिले चाहे जीत जनता की सेवा करती रहूंगी।
बाईलाइन-सुनीता प्रजापति
22/11/2017 को प्रकाशित