फैजाबाद अउर अम्बेडकर नगर मा आंगनबाड़ी कार्यकत्री जगह-जगह नवनिहालन का दियै वाले खाना कै विरोध करत अहैं। काहे से पहले सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्री का भोजन कै व्यवस्था सौंपे रहा। लकिन अब एन.जी.ओ. का जिम्मेदारी दै दिहिस।
आंगनबाड़ी वाले गेदहरन के ताई पहले दुई रुपया के हिसाब से पैसा आवत रहा। तब आंगनबाड़ी कार्यकत्री कवनिव प्रकार से ईधन राषन लायके खाना बनावत रहिन। लकिन अब पांच छह महीना से एन.जी.ओ. का भोजन कै सारी जिम्मेदारी सौंप दिहिन। अउर पैसा बढ़ाय के दुई रुपया के जगह छह रुपया कै दिहिन। यही से आंगनबाड़ी कार्यकत्री जगह-जगह धरना करत हइन अउर एन.जी.ओ. का खाना कै जिम्मेदारी सौंपै कै विरोध करत हइन।
अगर षासन से नियम भै बाय तौ जरुर कउनौ न कउनौ समस्या कै समाधान करै के ताई होये। लकिन अगर खाना मा कवनिव प्रकार कमी भै या बच्चन के स्वास्थ्य पै असर पड़ा तो यकै जिम्मेदार के होये? अबहीं 13 अक्टूबर का मसौधा ब्लाक के खोजनपुर कै चार गेदहरा एन.जी.ओ. कै खाना खाय के बीमार भये जेसे इलाज जिला अस्पताल मा चलत बाय। यही तरह कै घटना सामने आये तौ का आंगनबाड़ी एन.जी.ओ. से बना खाना लेइहै? जवन आये दिन देखै का मिलत बाय कि एन.जी.ओ. कै खाना लियै से आंगनबाड़ी कार्यकत्री इनकार कै दियत अहैं। अगर यइसे नियम कै उलंघन हुवत रहा तौ नियम लगाये कवन फायदा?
जगह-जगह हार्डकुक कै विरोध
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