जिला छतरपुर के नेवारी गांव के लोग अभी तक अपने बी.पी.एल. राशनकार्ड का इंतजार कर रहें हैं। कई बार प्रशासन से कहने के बाद भी लोगों की बात को प्रशासन अनसुनी कर रहा है।
राकेश का कहना है कि हमारे पास राशनकार्ड नहीं है तो हमें कुछ भी नहीं मिलता है। नन्नी बाई का कहना है कि हमें अनाज किलता है, न मिट्टी क तेल मिलता है। राशनकार्ड बनानें के लिए कहते है कि तुम्हारें चार-चार लड़के हैं, इसलिए तुम्हारा राशनकार्ड नहीं बनेगा। बरमलाल ने बताया कि जिनके पास ट्रैक्टर और नौकरी है, उनके राशनकार्ड बनें हैं। हमारे पास तीन एकड़ जमीन बस है तो हमारा राशनकार्ड नहीं बना है। शासन को राशनकार्ड देखकर बनाना चाहिये कि कौन अमीर है और कौन गरीब है। नोनी बाई का कहना है कि हमारे पास जमीन है न घर और न ही कोई काम धंधा है। घर में छह लोग है, किसी तरह मजदूरी करके अपना खर्चा चलाते हैं। हमें पता नहीं है कि कहां राशनकार्ड बनवाने जायें।
इस समस्या के बारें में एसडीएम ने तहसीलदार से जानकारी लेने को कहा और तहसीलदार ने बात करने से मना कर दिया है।
रिपोर्टर- अलीमा खातून