जिला बांदा। दैवीय आपदा अउर सूखा राहत के चेक मा लेखपाल के ऊपर अवैध वसूली का आरोप लगावत वहिके खिलाफ कारवाही करैं के मांग का लइके एक ट्रैक्टर मड़ई नरैनी तहसील मा दरखास दिहिन। जेहिमा मांग कहिन कि जरर गांव मा राहत चेकन मा अवैध वसूली कीन जात है।
महुआ ब्लाक, गांव जरर के धीरेन्द्र, कुसमा, छोटेलाल अउर रामधनी का कहब है कि हमरे गांव का किसान चेक न मिलै से बहुतै परशान है। लेखपाल लोगन का चेक दें मा घूस मांगत है। जउन कउनौ वहिका घूस देत है। उनके चेक बना देत है अगर घूस न दीन गे तौ चेक नहीं देत आय। जात है। जेहिके शिकायत एस.डी.एम नरैनी से कीन गे रहै, पै वहिमा कउनौ करवाही नही कीन गे आय। दैवीय आपदा अउर सूखा के मार झेलत या गांव का किसान तबाह होई चुका है। किसानन खातिर राहत के नाम मा आई धनराशि मा लेखपाल हर किसान से हजार पांच सौ रूपिया के मांग करत हैं। यहिसे गरीब किसान परेशान हैं।
यहिनतान काजीपुर अउर गोसिख गांव के किसान भी बताइन कि हमरे गांव का लेखपाल भी राहत चेक नहीं देत। यहिसे हम लोग हर रोज तहसील के चक्कर लगावत हन अउर दरखास दई दई के परेशान हन।
सिटी मजिस्ट्रेट का कहब है कि किसानन के हर समस्या मा जल्दी सुधार कीन जई। लेखपाल भानू प्रताप का कहब है कि लोग खाता संख्या दें। अब राहत कार्य का रूपिया सीधे खाता मा जई।
जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव कोलमजरा। हिंया के किसानन का आरोप हवै कि उनका सूखा राहत अउर ओला परैं का चेक सरकार कइती से अबै तक नहीं मिला आय। यहिके खातिर किसान तहसीलदार से 16 मार्च का कहिन हवैं।
अंगद तिवारी, कमलेश, रामसिया,रामसिरोमन अउर गनेश कहिन कि पिछले साल ओला परा रहै। वहिकर चेक अबै तक नहीं मिला हवै। यहिसे किसान भूंखन रहैं के कगार मा हवै। किसानन के साथै साथ उनके जानवर भी हिंया हूंवा भूखन फिरत हवंै। चेक खातिर लेखपाल से कहित हन तौ वा कहि देत हवै कि अबै चेक नहीं आय हवैं।
लेखपाल अश्विनी कुमार कहिस कि सरकार कइती से चेक अइहैं तौ दीन जइहै।
मऊ तहसीलदार गुलाब सिंह कहिन कि सरकार कइती से चेक आवैं वालें हवैं।
चेक के राह देखत किसान
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