मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, मीज़ोराम और छत्तीसगढ़। पिछले एक महीने में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे में भारतीय जनता पार्टी ने लंबा हाथ मारा और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी।
8 दिसंबर को गिनती के समय ही पता चल गया कि मध्य प्रदेश एक बार फिर भाजपा के शिवराज चैहान का होगा। वहीं राजस्थान में भाजपा की वसुंधरा राजे ने बड़ी जीत हासिल की और मौजूदा कांग्रेस सरकार का सफाया कर दिया।
दिल्ली में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली और वहां फिल्हाल कोई भी पार्टी गठबंधन करने को तैयार नहीं हैं। चैंकाने वाली बात है कि अरविंद केजरीवाल की नई आम आदमी पार्टी (आप) को सत्तर में से अट्ठाइस सीटें मिलीं जबकि पंद्रह साल से चली आ रही कांग्रेस को केवल आठ सीटें मिलीं। भाजपा को दिल्ली में बत्तीस सीटें मिलीं पर बहुमत के लिए छत्तीस सीटों की ज़रूरत है।
सिर्फ पूर्वोत्तर भारत के मीज़ोराम में कांग्रेस विजयी रही। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भाजपा को अंत तक कड़ी टक्कर दी पर भाजपा के रमन सिंह लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनें।