जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव सरैया के पुरवा गट्टी कोल बस्ती मा मड़इन का कलोनी नहीं मिली आय। यहै कारन गरीब मड़ई कउनौतान पन्नी डालके आपन बसर करत हवै। प्रधान का कहब हवै कि कुछौ पुरवा सर्वे मा छूट गें रहै तौ उनकर लिस्ट बना के भेज दीन गे हवै।
बिट्टी देवी का कहब हवै कि हमें बुढ़ापे मा कलोनी मिली हवै पै पुतउहन का नहीं मिली आय। गुड़िया बताइस कि हमें कलोनी नहीं मिली आय। कच्चे घर मा पन्नी छाई हवै तौ उड़ जात हवै, यहै कारन सगले चुअत हवै। कोलीली देवी का कहब है कि जबै पानी बरसत हवै तौ भीतर बाहर एक जइसे रहत हवै। हर साल लगभग चार हजार के पन्नी लइत हवै पै सबै खराब होइ जात हवै। प्रधान से दसन दरकी कलोनी का कहे हन पै वा आश्वासन बस देत हवै। केशकली का कहब हवै कि घर गिरे वाला हवै काहे से घर के लकड़ी टूट गें हवै, कउनौतान टुट घर मा बसर करित हवै। प्रधान कलोनी दे का आसरा बस देत हवै। सविता अउर महारानी देवी बताइन कि प्रधान कुछौ नहीं सुनत आय, पचासन दरकी कहे हन, पै वा भगा देत हवै।
खण्ड विकास अधिकारी आशाराम सिंह का कहब हवै कि अनुसूचित जाति का सर्वे करा दीन गा हवै। जउन मड़ई छूटे हवैं उनकर नाम यहै साल लिस्ट मा चढ़ा दीन गें हवै।
रिपोर्टर- सहोद्रा