चित्रकूट जिला के मानिकपुर ब्लाक के कोठिलिहाई गांव मा आवास तौ आ गें हवै पै मजदूरन के मजदूरी नहीं मिली आय। आवास मा या काम मनरेगा के तहत कीन गा हवै। काम करै के बाद भी मजदूरी नहीं मिलै तौ मड़ई का करै ?
पतिया देवी का कहब है कि तीसर क़िस्त के दस हजार अउर मजदूरन के पन्द्रह हजार नहीं मिले आहीं। मिस्त्री का अपने से रुपिया दीने हन। मनोज कुमार का कहब हवै कि मिस्त्री एक दिन का पांच सौ रुपिया लेत हवै अउर चार मजदूर भी काम करत हवै।
फदुलू का कहब हवै कि कुछ मजदूरन का रुपिया दइ दीन गा हवै अउर कुछ मजदूरन के मजदूरी पड़ी हवै। रामदास बताइस कि हमें पन्द्रह दिना के मजदूरी का रुपिया नहीं मिला आय।
बीडीओ आशाराम सिंह का कहब हवै कि शासन से रुपिया नहीं आवा तौ मजदूरी नहीं दीन गे आय।
रिपोर्टर- सहोद्रा
Published on Mar 28, 2018