जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव ललई भारत सरकार के योजना सब पढ़े सब बढ़े धुंधली तस्वीर हवै। स्कूल के अव्यवस्था से बच्चा परेशान हवैं तौ सोचव कि मास्टरन का, का हाल होइ।स्कूल मा बाउन्ड्री आय न शौचालय। यहिके खातिर कइयौ दरकी प्रधान बी.आर.सी. मा दरखास दीन गे हवै। पै अबै तक बाउन्ड्री बनी आय शौचालय बने।
हेडमास्टर शशिकांता बताइस कि जनवरी 2015 का मैं या स्कूल मा प्रधानाचार्य बन के आई हौ तबै पहिले से हिंया बाउन्ड्री नहीं बनी रही आय। न हिंया कुर्सी रहि आय न मेज मै अपने से सब व्यवस्था करे हौ बच्चन के बइठे तक के व्यवस्था नहीं आय एक कमरा हवै तौ बरसात मा पानी भरा रहत हवै शौचालय के दरवाजा टूट पड़े हवै।
सहायक अध्यापक रिया सक्सेना बताइस कि इलाहाबाद से रोज आवत जात हौ 6 -7 घंटा बइठे का पड़त हवै शौचालय न होय से बहुतै परेशानी होत हवै हम कहां जई।
पढ़े वाला लड़का करन बताइस कि बहुतै परेशानी हवै बरसात मा सगले हार पानी भरा रहत हवै जउन पेड़ पौधा लगाइत हन तौ उखार लइ जात हवै।पढ़े वाला लड़का अनुराग बताइस कि सगले पानी भर जात हवै बइठे का जघा नहीं रहत आय बहुतै परेशानी होत हवै।
प्रधान गगन लाल बताइस कि बाउन्ड्री बहुतै ज्यादा जरुरी हवै चुनाव के समय मा 4 शौचालय बनवाये रहे हौ तौ वहिकर दरवाजा टूट पड़े हवै एक कमरा के मरम्मत कराये हौ तौ वा भा नीक हवै अउर 2 कमरा हवै तौ बहुतै ख़राब हवै।
बी.डी.ओ नीरज कुमार श्रीवास्तव कहब हवै कि हेडमास्टर का आदेश दइ दीन गा हवै कि अबै शौचालय कि मरम्मत करा लें। प्रधान के मदद से बाउन्ड्री के मांग कीन गे हवै।
रिपोर्टर- सुनीता देवी