चित्रकूट जिला के कसहाई गांव के कुंजन पुरवा मा या समय जानवरन मा कइयौतान के बीमारी फइली हवैं। मड़इन का कहब हवै कि हमार गांव मा पशु चिकित्सक टीकाकरण करै नहीं आवत आहीं। पशु चिकित्सा अधिकारी का कहब हवै कि खुरपका के बीमारी ठंडी मा फइली हवै। एक दरकी पहिले टीकाकरण होइ चुका हवै। जउन जानवर छूट रहै एक हफ्ता पहिले फेर से टीकाकरण कइ दीन गा हवै। साल मा दुई दरकी खुरपका अउर मुंहपका का टीकाकरण होत हवै। बरसात के पहिले गलाघोंटू के टीका लगायें जात हवैं।
रेनू अउर सत्यनारायण बताइन कि जानवर के पूर जीभ मा छाला पड़ जात हवैं जेहिसे वा चारा नहीं खा पावत आय। खुर मा घाव होइ जात हवै अउर कीड़ा पड़ जात हवै। इंद्रकली का कहब हवै कि पहिले जानवर का बुखार रहै तौ इलाज करायें हन, तौ ठीक रहै पै अब फेर से बीमार होइ गे हवै अउर उठ नहीं पावत आय। सरजू प्रसाद का कहब हवै कि जानवर चारा नहीं खात रहै तौ बोतल चढ़ाई गें हवै अउर सुई भी लाग हवै। इलाज करावें मा तीन-चार हजार रुपिया लाग गें हवै। ननकू प्रसाद का कहब हवै कि तीन महिना से हमार जानवर बीमार हवै दुई दिन से चारा नहीं खात आय।
रिपोर्टर-नाजनी रिजवी
Published on Jan 9, 2018