जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, क़स्बा मानिकपुर जुलाई के महीना से देश के सबै इलाका का खूबै पानी बरसा हवैं। यहै कारन चित्रकूट जिला के मानिकपुर मा बहुतै बीमारी फइल हवैं। हियां बुखार, जुखाम, उल्टी, पेचिस अउर फोड़ा फुन्सी से लगभग दुइ सौ मड़ई बीमार हवैं।
कहे का तौ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर मा हवै। पै सरकारी अस्पताल मा इलाज खातिर कउनै सुविधा नहीं आय।
इलाज करावे आयी सुमित्रा का कहब हवै कि एक महीना से खांसी, बुखार अउर जुखाम हवैं पै सरकारी अस्पताल मा नीकतान इलाज नहीं होत हवैं।
डाक्टर मरीजन का बाहर के दवाई लिखत हवैं। पै गरीब मड़इन के लगे येत्वा रुपिया होय तौ काहे का सरकारी अस्पताल मा इलाज खातिर आवें।
गांव के मड़ई कहत हवैं कि सरकारी अस्पताल मा कउनै सुविधा नहीं आय। मलेरिया, कालरा, फोड़ा, फुन्सी के बीमारी हिंया एक महीना से फइल हवैं।
अस्पताल मा नीकतान इलाज न होय के कारन हम बाहर से दवाई कराइत हन जेहिमा दुइ से लइके चार सौ रुपिया तक खर्चा होइ जात हवैं। पै हम गरीब मड़ई कउनौ तान मजदूरी कइके इलाज करावत हन। पै सरकारी अस्पताल मा हम गरीबन खातिर कौनऊ जघा नहीं आय।सरकार तो कहत हवैं गरीबन का दवाई सेंत मिली।
सरकारी अस्पताल के अधीक्षक राजेश कुमार सिंह का कहब हवैं कि बाढ़ के कारन बहुतै बीमारी फइल हवैं जेहिमा मलेरिया, टाइफाइट अउर डायरिया के मरीज ज्यादा हवै। मलेरिया अउर डायरिया के 10-12 मरीज रोजे आवत हवैं मरीजन खातिर अस्पताल मा पूर सुविधा हवैं।
रिपोर्टर- सुनीता देवी
चित्रकूट के मानिकपुर में दो सौ लोग बीमार
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की उचित सुविधा उपलब्ध नहीं