जिला महोबा, ब्लाक जैतपुर, गांव अकौना। ई गांव में पिछली साल भई बारिस के कारन आदमियन के घर गिर गये हते। जीखो सर्वे लेखपाल ने करो हतो, पे आज तक मुआवजा नई मिलो हे। जीसे गांव के आदमी घर गिरे के मुआवजा की मांग करत हे।
कुसुम ओर भूरी बताउत हे कि हमाये घर पिछली साल बरसात में लगभग पन्द्रह आदमियन के गिरे हते। लेखपाल ने अश्वासन दओ हतो तुम्हाये घर गिरे को मुआवजा मिलहे। एसी ठण्डी मे हम छपरा ओर पन्नी डार के रहत हे ओर जानवर बांधत हे। प्यारेलाल ओर भरत बताउत हे कि हम गरीब आदमी, रोज की बनी मजदूरी से पेट पालब तो मुश्किल परत हे। घर केसे बनवा पेहे। एई से हम सोचत हे कि अगर कछू मुआवजा मिल जाये, तो एकई दो कमरा बन जेहे तो नींक हो जेहे। गांव वालेन को आरोप हे कि हमने केऊ दइयां लेखपाल से कहो पे ऊ नई सुनत हे।
लेखपाल महेन्द्र आपन पल्ला झाड़त भये कहो कि मे अभे ई गांव में आओ हों ओर आदमियन ने मोसे नई कहो हे। अगर मोसे बताहें तो देखो जेहे, कि का हो सकत हे काय से जा पिछली साल की बात हे।
घर गिरे के मुआवजा की करत मांग
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