पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है। चारों तरफ जोरशोर से तैयारी चल रही है। यू पी पर नजर रखते हुए हम ये नहीं भूले कि पंजाब और गोवा के चुनाव भी इस बार खास है, क्योंकि यहां पहली बार संसदीय चुनावों में आम आदमी पार्टी मौजूद है। दोनों राज्यों में चार फरवरी को एक ही चरण में चुनाव होने हैं।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच आम आदमी पार्टी के चार प्रत्याशी संसद में अपनी सीट पक्की करने में कामयाब हुए थे। तब से आम आदमी पार्टी का ग्राफ पंजाब में लगातार ऊपर गया।
वहीँ, गोवा में आप आदमी पार्टी ने राज्य में सत्ता पाने के लिए यह वादा किया है कि अगर गोवा में आम आदमी पार्टी आई तो वह सत्ता में आने पर बेरोजगार युवाओं को 5000 रुपये प्रतिमाह का भत्ता देगी। दूसरी तरफ भाजपा ने कुछ खास वायदे नहीं किये हैं लेकिन सुरक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर के बल पर सब जगह प्रचार और रैली कर रही है। आपको बता दे कि पर्रीकर गोवा के मुख्य मंत्रि रह चुकें हैं।
पंजाब में सिर्फ पांच तो गोवा में 18 सिटिंग एमएलए को मौका दिया गया है। वहीं, अमृतसर लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए भी बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किया है। राजेंद्र मोहन चीना को यहां से टिकट दिया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। कैप्टन ने यहां बीजेपी के अरुण जेटली को शिकस्त दी थी।
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में भाजपा अधिकतर सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कुछ सीटें कुछ सहयोगियों के लिए छोड़ी जा सकती हैं। सूत्रों के अनुसार, कुछ सीटों के लिए और परामर्श की जरूरत थी, जिससे इन दोनों राज्यों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा में देरी हुई।
राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में चार फरवरी और आठ मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होंगे। इन सभी राज्यों में मतगणना 11 मार्च को होगी।