गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्शन लेते हुए आदेश जारी करके 9 लोगों के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के संचालकों, प्रधानाचार्य डॉ राजीव मिश्र एवं उनकी पत्नी समेत सात कर्मचारियों एवं डाक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि सीएम योगी ने इस मामले में मुख्य सचिव राजीव कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा था। जिसकी जांच के बाद राजीव कुमार ने मामले की रिपोर्ट सीएम को सोमवार को सौंप दी थी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए चिकित्सा शिक्षा की अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर जैन को हटा दिया गया था।
जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी के भुगतान में कमीशनखोरी पाया गया है, जिसकी वजह से इसी वजह से पुष्पा सेल्स के 68 लाख रुपए के भुगतान में देरी हो रही थी।
यही नहीं, रिपोर्ट में बालरोग विभाग के प्रमुख डॉ. कफील खान, खरीदारी विभाग के प्रमुख डॉ़ सतीश कुमार, प्रधानाचार्य डॉ़ राजीव मिश्र व उनकी पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।