मुजफ्फरपुर, बिहार। यहां की शाही लीची दुनियाभर में मशहूर हैं। मगर पहली बार इस लीची का इस्तेमाल शराब बनाने के लिए होगा।
दो सालों से इस पर शोध कर रहे मुजफ्फरपुर लीची अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डाक्टर एस.के.पूर्वे ने बताया कि यह शराब दूसरी शराब से बेहतरीन होगी। इसका स्वाद तो न भूलने वाला होगा ही साथ ही इसमें गुलाबों की खुशबू भी लोगों को खूब भाएगी। दरअसल यहां की शाही लीची की खुशबू दूसरी लीचियों से अलग है। इसकी गुलाबों जैसी खुशबू ने ही इसको खास पहचान दी है। मुजफ्फरपुर लीची अनुसंधान केंद्र ने जल्द ही तैयार होने वाली लीची की शराब का पेटेंट भी करा लिया। पेटेंट यानी किसी चीज को बनाने या उसके अविष्कार का श्रेय देने वाला मालिकाना हक।
शराब किंग कहे जाने वाले विजय माल्या ने लीची की शराब के लिए अनुसंधान केंद्र के साथ एक समझौता भी किया है। बहुत जल्द ही लीची से बनी शराब देश ही नहीं अलग अलग राज्यों में भी पहुंचाई जाएगी।