गुजरात। 2002 के गुजरात दंगों में दोषी पाए गए पूर्व मंत्री बाबू बजरंगी और माया कोडनानी के लिए मौत की सजा की मांग की जा रही है। सरकार ने खुद वहां के एक सरकारी वकील को सुप्रीम कोर्ट में दोनों के लिए मौत की सजा की मांग करने की इजाजत दी है।
अदालत ने गुजरात दंगों में हिंसा के लिए दोषी पाए गए माया कोडनानी को अट्ठाइस साल और बाबू बजरंगी को आजीवन जेल की सज़ा दी थी। घटना 28 फरवरी 2002 की है, जब पूरा गुजरात हिंसाग्रस्त था। वहां के इलाके नरोदा पाटिया में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी। इसमें सत्तानवे लोग मारे गए थे। माया कोडनानी और बाबू बजरंगी पर आरोप है कि उन्होंने हिंसा करने वाली भीड़ की अगुवाई की थी।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी इन दंगों को लेकर हमेषा से विवादों में रहे हैं। उन पर आरोप है कि सरकार और प्रशासन ने योजना बनाकर मुसलमान समुदाए पर हमला बोला था। माया कोडनानी नरेंद्र मोदी की करीबी मानी जाती हैं। लेकिन अब जबकि प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी का नाम भाजपा में आगे आने की बात चल रही है। मोदी अपनी छवि सुधारने में लगे हैं। माया और बजरंगी के लिए मौत की अपील करने पर सहमति देने के पीछे यह एक बड़ा कारण है।
गुजरात दंगों के दोषियों के लिए मौत की मांग
पिछला लेख