नई दिल्ली। दिल्ली में 5 दिसंबर को 26 साल की एक महिला के साथ उबर नाम की निजी टैक्सी सेवा कंपनी के शिवराम यादव नाम के ड्राईवर ने बलात्कार किया। घटना के बाद उबर समेत ऐसी कई कंपनियों पर रोक लगा दी है। चालक के पास से वह फोन भी मिल गया है जिसमें लड़की ने बुकिंग कराई थी।
दिल्ली में 20 कंपनियां टैक्सी सेवा उपलब्ध करा रही हैं। दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग ने 8 दिसंबर को जारी नोटिफिकेशन में कहा है कि ईज़ी कैब, मेगा, मेरु कैब, चैनसन कैब और एयर कैब को रेडियो टैक्सी चलाने का लाइसेंस मिला है। इसके अलावा अन्य कंपनियां पर रोक लगा दी गई हैं।
यह नहीं समस्या का समाधान टैक्सी सर्विस ठप करना मतलब औरतों की आवाजाही की रफ्तार धीमी करना। राजधानी में ऐसी कई कंपनियां हैं जहां औरतें देर रात तक काम करती हैं। ऐसे में कामकाजी औरतों के लिए यह टैक्सी वरदान साबित होती हैं। सरकार को सेवा बंद करने की बजाए कैब की निगरानी बढ़ाने, कानून सख्त करने और सुरक्षित माहौल बनाने की योजना बनानी चाहिए।