जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव बड़ोखर खुर्द। हेंया के मड़ई बताइन कि लगभग छह महीना से प्रधान गांव मा निहाय। या मारे गांव मा समस्यन का अंबार लाग है। एक हफ्ता पहिले हेंया के समस्यन का लइके बी.डी.ओ. के अध्यक्षता मा बइठक कीन गे है।
गांव के राजबहादुर, सन्तू अउर नत्थू बतावत हैं कि जब प्रधान गांव मा है ही नहीं तौ देख रेख को करै। दिन भर पंचायत भवन मा मोहल्ला के लड़का खेलत हैं। मड़ई आपन जानवर बांधत हैं। कपरियन का बसेरा रहत है। अगर कउनौ बच्चन का मना कीन जाय तौ मड़ई लड़ै का तैयार होई जात है। गांवदारी दुश्मनी अउर लड़ाई से बचै खातिर कोऊ भी बच्चन का खेलै या फेर जानवर बांधै से नहीं मना करत आय। या मारे दरवाजा खिड़की टूट हंै। प्लाई के दरवाजा मा जान ही केतनी होत है। प्रधान 2010-2011 मा नौ कूड़ादान बनवाइस है। गांव के मड़ई कूड़ादान मा कूड़ा नहीं फेंकत आय। मेन रास्ता के एक कइत तालाब है अउर दूसर कइत कूड़ा का ढेर लाग है जउन तालाब के पानी मा मिलत है। यहिनतान सामुदायिक शौचालय बने हैं। उनमा ताला ही लाग रहत है।
प्रधान प्रतिनिधि जगरूप प्रसाद वर्मा कहत है कि इं समस्यन के बारे मा प्रधान ही कुछ कई सकत है। दुई चार दिन मा आवैं वाला है।
बी.डी.ओ. आर.डी. यादव कहत हैं कि बड़ोखर खुर्द गांव के समस्यन का लइके बइठक कराई गे रहै। जेहिमा प्रधान का भी बुलावा गा रहै, पै वा नहीं आवा। अब वहिके आवैं के बाद ही गांव के समस्यन का समाधान होई सकत है।
गांव के समस्यन का लइके बइठक
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