इस समय पूरे बुन्देलखण्ड की तपती धरती में गर्मी का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। गर्मी और लू चलना कोई नई बात नहीं है। पर इस साल तो गर्मी और लू ने रिकार्ड तोड़ दिया।
जिला महोबा। जिले में इस समय गर्मी और लू से मरने वाले लोगों की संख्या 8 को पार कर चुकी है।
कुलपहाड़ कस्बे के मोहल्ला गोविन्द नगर की अस्सी साल की केसर 8 जून को सुबह कोटा से राशन लेके आ रही थीं। केसर धूप और प्यास से इतनी बेहाल हो गईं कि अपना राशन मोहल्ला के तुलाराम को दे दिया और खुद नवीन प्राथमिक विद्यालय में हैण्डपम्प में पानी पीने रुकी ही थीं कि वहीं उनकी मृत्यु हो गई।
10 जून को महोबा कस्बा के गिल्की पुरा मोहल्ला के लल्ला और मऊ गांव के भगवानदास को भी लू और गर्मी के कारण अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। उनकी हालत गंभीर है।
जिला चित्रकूट। जिले में छह बड़ी नहरों के अलावा एक सौ इक्कीस छोटी नहरे हैं। इस समय नहरों में कहीं पानी है तो कहीं अभी तक नहरें सूखी पड़ी हैं। इस कारण से जानवर और पक्षी पानी के लिए भटक रहे हैं।
ब्लाक रामनगर। पियरिया माफी हन्ना, कटैया खादर सिरावल और बल्हौरा समेत लगभग पन्द्रह गांवों में जानवर पालने वाले कई लोग परेशान हैं क्योंकि माइनर सूखी पड़ी हैं।
ब्लाक मऊ, गांव छिवलहा कि उनके यहां पांच साल से नहरों में समय पर पानी नहीं छोड़े जाने की समस्या चली आ रही है।
ब्लाक कर्वी, गांव मछरिया और पथरौड़ी के कल्लू और सुरतिया के अनुसार पचास सालों से बनी नहर आज तक सूखी पड़ी है।
ब्लाक मानिकपुर की ओहन नहर में पूर्व डी.एम. के आदेश से पानी छोड़ा गया था। इस कारण लोगोें और जानवरों को राहत मिली है। सिंचाई विभाग के जे.ई. अमित कुमार ने कहा कि जब बारिश हो जाएगी तो नहर में पानी बंद कर दिया जाएगा।