चित्रकूट जिला मा पांच ब्लाक हवैं। इं ब्लाकन के गांवन मा पानी के समस्या हवै। या समस्या का मड़ई कइयौ बरस से झेलत हवंै, पै पानी के समस्या जस के तस बनी हवै।
ब्लाक मानिकपुर, गांव किहुनिया का भोला, पप्पू, सोनू अउर रानी समेत पच्चीस मड़इन हिंया का कहब हवै कि चार हैण्डपम्प हवै। उंई लगभग चार महीना से खराब हवैं। या कारन पानी भरैं खातिर लगभग आधा किलो मीटर दूर जाये का परत हवै। इनतान के गर्मी मा पानी पियै खातिर बहुतै दिक्कत उठावैं का परत हवै। हैण्डपम्प बनवावैं खातिर कइयौ दरकी प्रधान राजनारायण से कहा गा, पै वा नहीं सुनत आय। प्रधान राजनारायण का कबह हवै कि मशीन भेजवा के हैण्डपम्प बनवा दीन जई।
मानिकपुर गांव कैलहा मा भी यहिनतान पानी के समस्या हवै। हिंया के रमेश, चम्पा, हीरा अउर लाला का कहब हवै कि पन्द्रह सौ के आबादी हवै। येत्ती आबादी मा दुइ हैण्डपम्प लाग हवै। वहौ चार महीना से खराब हवैं। या कारन मड़ई झील के लगे चोंहडा खोदे हवैं अउर वहै से पानी भरित हन। या समस्या लगभग तीन पीढ़ी से हवै।
प्रधान कमला देवी का कहब हवै कि गांव मा दुइ दरकी मशीन गई रहंै, पै जमीन मा पानी नहीं हवै। या कारन हैण्डपम्प नहीं लाग पावत आय।
मानिकपुर एस.डी.एम चन्द्र प्रकाश उपाध्याय का कहब हवै कि चुनाव के बाद जांच कराई जई। यहिके बाद पानी के व्यवस्था कीन जई।
जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव चकौंध। हिंया के जूनियर स्कूल का हैण्डपम्प आठ बरस से खराब हवै। या कारन स्कूल के बच्चा स्कूल के बाहर हैण्डपम्प मा पानी पियै जात हवैं अउर बाल्टी बोतल मा भरके लावत हवै। खाना खाये के बाद बच्चा थाली वहौ बोतल के पानी मा धोवत हवै। या कारन कइयौ दरकी बेसिक शिक्षा विभाग मा दरखास दीन गा हवै, पै आज तक पानी के व्यवस्था नहीं भे आय।
खाना बनावैं वाली गुडि़या, विद्या का कहब हवै कि खाना बनावैं खातिर गांव के हैण्डपम्प से पानी लावैं का परत हवै। जबै खाना बनत हवै।
हेडमास्टर पूजा गुप्ता का कहब हवै कि एक से दस दरकी बेसिक शिक्षा विभाग मा दरखास दीन हवै। बेसिक शिक्षा विभाग के सतेन्द्र बाबू का कहब हवै कि सौ हैण्डपम्प के मांग कीन गे हवै। जिला अधिकारी अउर मुख्य विकास अधिकारी का भी लिखित दीन गे हवै।
गर्मी आउतै पानी के समस्या
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