नई दिल्ली। योजना आयोग की नई रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले ग्यारह सालों में गरीब लोगों की संख्या कम हुई है। साथ ही आयोग ने नई गरीबी रेखा तय की। अब से सिर्फ उन लोगों को गरीब माना जाएगा जो एक दिन में सत्ताइस रुपय या उससे कम खर्चते हैं। शहरों में ये रेखा तीस रुपय रखी गई है।
इन आकड़ों के ज़रिए केंद्र सरकार का मानना है कि अब देश की एक सौ बीस करोड़ की कुल आबादी में से सत्ताइस करोड़ लोग गरीब हैं जिनमे से इक्कीस करोड़ ग्रामीण आबादी है। इसी के साथ सरकार का ये भी मानना है कि गरीब लोगों की संख्या कम होने का मतलब है कि सरकार की आर्थिक योजनाएं सफल हुई हैं।
गरीबी घटने का दावा
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