दिल्ली। भारत में गरीबी, बाल एवं मातृ मृत्युदर पर दुनिया की सबसे बड़ी संस्था संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है।
संयुक्त राष्ट्र ने 7 जुलाई को एक रिपोर्ट पेश की। संस्था के सचिव बान की मून ने कहा कि दुनिया में विकास हुआ है पर कुछ विकास के लक्ष्य हमसे बहुत दूर हैं। खासतौर पर, शिक्षा में हम अब भी पिछडे हैं। बाल एवं मातृ मृत्यु दर के मामले में भारत और नाइज़ीरिया जैसे देश आगे हैं। दुनिया में हो रही इस तरह की मौतों में 17 प्रतिशत केवल भारत में होती हैं। सभी को शौचालय उपलब्ध कराने के मामले में भी भारत पीछे है। पूरी दुनिया की ऐसी आबादी जो कि खुले में शौच करने को मजबूर है का 82 प्रतिशत भारत और नाइज़ीरिया में ही रहता है।
क्या है सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य
इसे दुनिया के कई देशों ने मिलकर बनाया था। इसमें 2015 तक भुखमरी, गरीबी, मातृ एवं शिशु मृत्युदर, जेंडर असामनता, अशिक्षा आदि पर लगाम लगाने जैसे लक्ष्य शामिल किए गए हैं।