जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत गांव कुसमारी।
उहां के लगभग पांच किसान कहलथिन कि हम सब
गन्ना के खेती करइ छी। लेकिन चीनी मिल गन्ना
किसान के समय पर रूपईया न भुगतान करई छथिन।
जेई कारण बहुत दिक्कत होई छई।
उहां के किसान विजय कुमार पंडित रामसिनेही
दास कहलथिन कि हमसब गन्ना के खेती लगभग डेढ़
दू विघा तक कयेले छी। एई के खेती में अगर समय
साथ देल क त मनखफ ज्यादा देई छई अउर एक
साल के गन्ना लगायल तीन साल तक खेत में उगायल
जाई छई। अगर अच्छा खेती न भेल त साल भर में ही
उपटा देल जाई छई। रूपइया के लेल किसान गन्ना
उपजबई छथिन। चीनी मिल एक कुण्टल पर दु सौ
रूपइया भुगतान करई छथिन। लेकिन उहां समय से न
मिलई छई। उहमें के किसान छेन्हीदास, सत्रूधन दास
कहलथिन कि हमस ब छोट किसान छी रूपइया के
लेल गन्ना के खेती कइली। लेकिन लगभग महिना हो
गेल अभी रूपईया न ह। जेई कारण उच्बकी बेर गन्ना
के खेती न कइली ह।
चीनी मिल के उपाध्यक्ष अशिष त्रिपाठी कहलथिन कि
चीनी तईयार करे में गन्ना के अपेक्षा मील के घंटा लगई
छइ्र अउर बैंक से सुध भी लेई छथिन। जेई कारण
किसान के रूपइया भुगतान करे में देर लाग जाई छई।
अगर चीनी के दाम बढ़ायल जतई त इ समस्या न
रहइत अभी अस्सी प्रतिषत किसान के भुगतान हो गेल
हईं बाकी के जल्द भुगतान कयल जतई।
एक सौ दस
करोड़ रूपइया
भुगतान करे के
रहलई जेइमें अठासी
करोड़ रूपइया
भुगतान देलई ह।
बाकी के जल्दी
कयल जतई।
गन्ना के भुगतान में देरी
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