लखनऊ। 8 फरवरी को राजधानी लखनऊ में हो रहे किसानों के एक सम्मेलन में पहुंचे सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को गन्ना किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। पिछले एक साल से राज्य के अधिकतर गन्ना किसान सरकार द्वारा खरीदी गई गन्ने की फसल के भुगतान की मांग कर रहे हैं।
मुज़फ्फरनगर के गन्ना कमेटी के ऋषिपाल भाटी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के पिछले साल के एक सौ पच्चीस करोड़ और इस साल के अट्ठावन करोड़ रुपए सरकार को देने हैं। साथ ही सरकार ने बंद पड़ी चीनी मिलों को खोलने का आदेश न देकर इन किसानों के लिए और मुसीबत खड़ी कर दी है। इस पूरे मामले पर कुछ ही महीने पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने खुद राज्य सरकार को हिदायत दी थी।
उत्तर प्रदेश गन्ना विकास विभाग के सचिव डाक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की मुख्य मांगें तुरंत भुगतान, चीनी मिलों का दोबारा खुलना, मशीनों और डीज़ल पर पचास प्रतिशत छूट और कृषि उधार पर ब्याज़ दर को चार से तीन प्रतिशत हैं।