वर्लड कप का सफर नहीं होगा आसान
आॅस्ट्रेलिया। क्रिकेट का महायुद्ध शुरू हो चुका है। 9 से 13 फरवरी के बीच कुछ मैच खेले गए जो टीमों के अभ्यास के लिए थे। यहीं से शुरू हुआ भारतीय टीम का सफर जो काफी लम्बा और मुश्किल लग रहा है।
9 फरवरी को भारत ने आॅस्ट्रेलिया का सामना किया। गेंदबाज़ों की एक ना चली और आॅस्ट्रेलिया ने तीन सौ इकहत्तर रनों का पहाड़ भारत के सामने खड़ा कर दिया। भारतीय बल्लेबाज़ों की बाज़ी दो सौ पैंसठ रनों में ही सिमट गई। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक भी रन नहीं बनाया और उपकप्तान विराट कोहली अट्ठारह रन बनाकर आउट हो गए।
इस हार के बाद अफगानिस्तान की टीम को एक सौ तिरपन रनों से हराया। लेकिन इस जीत के बाद भी भारतीय टीम ज़्यादा मज़बूत नहीं लग रही है। अफगानिस्तान की टीम का ये पहला विश्व कप है और वहां की टीम भारत के मुकाबले ना इतना क्रिकेट खेलती है और ना ही उसमें इतने अनुभवी खिलाड़ी हैं।
कई बड़े नामों के बिना ये भारतीय टीम के कई खिलाडि़यों का पहला विश्व कप होगा। 14 फरवरी से 29 मार्च तक ये प्रतियोगिता चलेगी। इस साल चैदह देशों की टीमें पहले चरण में खेल रही हैं। सात-सात टीमों के दो गुटों में इन्हें बांट दिया गया है। 15 मार्च तक ये टीमें अपने गुट में एक दूसरे के साथ खेलेंगी। इसके बाद 18 से 21 मार्च क्वार्टर फाइनल और 24 और 25 को सेमी फाइनल मैच खेले जाएंगे।
2011 में भारत की जीत के बाद अब इस बार टीम से बहुत उम्मीदें लगाई जा रही हैं। लगातार एक से ज़्यादा बार वर्ल्ड कप जीतना आसान नहीं है। ऐसा सिर्फ दो बार हुआ है – 1975 और 1979 में पहले दो वर्ल्ड कप वेस्ट इंडीज़ ने जीते थे। फिर 1999, 2003 और 2007 – तीन बार लगातार आॅस्ट्रेलिया ने ये प्रतियोगिता जीती है।