मैराथन दौड़ को पूरा करने वाली सबसे बुजुर्ग महिला बनीं हैरिट थाॅमसन। छब्बीस मील, तीन सौ पच्चासी यार्ड की मैराथन दौड़ उन्होंने सात घंटे, चैबीस मिनट और छत्तीस सेकेंड में पूरी की। हैरिट अब इतने समय में यह दौड़ पूरी करने वाली सबसे उम्र दराज महिला बन गई हैं।
यह दौड़ हर साल उत्तरी कैरोलिना के सैन डियागो शहर तक होती है। इससे पहले यह रिकार्ड ग्रेलेडीस बरिल नाम की महिला के नाम था। इस दौड़ के वक्त उनकी उम्र बानवे साल, उन्नीस दिन थी। जबकि थाॅमसन की उम्र बानवे साल, पैसठ दिन थी। थाम्पसन ने बताया कि पिछले साल भी मैंने यह दौड़ पूरी की थी। मगर इस साल मेरे लिए यह दौड़ आसान नहीं थी। इस साल जनवरी में ही मेरे पति का देहांत हुआ। इसके बाद मेरे पैर में इनफेक्शन हो गया। मैं इस मैराथन के लिए अभ्यास नहीं कर पाई थी। लेकिन मैंने यह तय कर लिया था कि मैं मैराथन का हिस्सा जरूर बनूंगी। थाॅमसन ने बताया कि मुझे नहीं पता कि अगले साल मैं मैराथन में हिस्सा ले पाऊंगी या नहीं। मगर जब से मैंने इसमें हिस्सा लेना शुरू किया है, यह मेरी जिंदगी के लिए महत्वपूर्ण पलों जैसा है।
इस आयोजन में इकट्ठा हुआ पैसा कैंसर के मरीजों के इलाज के फंड में जाता है। मैं खुद भी कैंसर का सामना कर चुकी हूं। इस आयोजन से मिलने वाली पैसे का इस्तेमाल जब कैंसर मरीजों के लिए होता है तो मुझे बेहद सुकून मिलता है। मैराथन के बाद जब मैं सोचती हूं कि मैं कैंसर के रोगियों के लिए कुछ कर पाई तो थकान अपने आप खत्म हो जाती है।