बांग्लादेश। 21 जून 2015 का दिन बांग्लादेश के क्रिकेट के इतिहास में यादगार रहेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच हो रही वन डे (एक दिवसीय) तीन मैचों की सीरीज़्ा में बांग्लादेश ने भारत को लगातार दूसरी बार हराकर सीरीज़्ा जीत ली। ये पहली बार है कि बांग्लादेश ने भारतीय क्रिकेट टीम को एक प्रतियोगिता में हराया है। इस जीत के साथ अब बांग्लादेश को 2017 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य क्रिकेट टीमों के साथ ‘चैम्पियन्ज़्ा ट्राॅफी’ में भाग लेने का मौका मिलेगा।
21 जून को बांग्लादेश की गेंदबाज़्ाी भारतीय टीम की बेहतरीन बल्लेबाज़्ाों को घुटनों पर ले आई। भारतीय टीम सिर्फ दो सौ रन बना पाई जिसमें से तिरेपन रन शिखर धवन और सैंतालिस रन धोनी ने बनाए। बांग्लादेश के नए गेंदबाज़्ा मुस्ताफीज़्ाुर रहमान ने छह विकेट चटकाए। बांग्लादेश ने दो सौ रन काफी आराम से बना लिए।
तीसरे मैच में स्टूअर्ट बिन्नी को खिलाया गया। भारतीय टीम ने तीन सौ सत्रह रन बनाए जिसमें धवन के पिचहत्तर और धोनी के उन्हत्तर रन थे। बांग्लादेश ने आधी पारी पूरी करने के पहले ही चार विकेट खो दिए। अंत में भारत ने बांग्लादेश को सतत्तर रनों से हरा दिया।
दो मैच और सीरीज़्ा हारने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी पर एक बार फिर सवाल उठे। इस बार धोनी ने भी जवाब दिया कि अगर वाकई उनके कप्तानी छोड़ने से टीम को फायदा हो सकता है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी के पक्ष में बयान दिया और कहा कि धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान हैं और हार जीत के उतार चढ़ाव सभी कप्तानों के कार्यकाल में आते हैं।