जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव बसौठ। ई गांव में 2007 में जांब कार्ड तो बन गये हे, पे कोनऊ-कोनऊ के जांब कार्ड में एकऊ दिन काम नई मिलो आय। एई से ऊ आदमी परेशान हो के काम की मांग करत हें।
पप्पू, हल्कुट्टा, अरविन्द ओर रामरती ने बताओ कि हमाये जांब कार्ड पिछली पंचवर्षी 2007 में बने हते। जीमें अभे तक हम लोगन खा काम नई मिलत आय। जभे कि सरकार के एते से गरीब आदमियन खा मनरेगा के तहत गांव में ही काम मिले खा नियम हे।
सिद्धगोपाल कहत हे कि आदमियन के लाने सरकार चाहे जित्तो नियम चलाये गरीबन तक ऊखो लाभ नई पोहचत आय। ऊने बताओ कि एक महीना पेहले रास्ता में माटी परत हती। तभे में काम करे गओ हतो, तो प्रधान ने जा कह के लौटा दओ हतो कि जघा खाली नइयां। ऊ लोगन खा आरोप हे कि प्रधान अपने मोहल्ला के आदमियन खा काम देत हे।
प्रधान रामदास ने बताओ कि मोये गांव में 258 जांब कार्ड बने हे । जीमे तीस से लेके पचास आदमी तक काम करत हें। बाकी सब पहाड़न में काम करें जात हे। काय से ओते नगद रूपइया मिल जात हे। एक सम्पर्क मार्ग बनत हे। ऊमे तीस आदमी काम करत हें।
खाली परे जांब कार्ड
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