जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव गुढाकलां। हेंया लेखपालन के धोखाधड़ी के मारे गुढाकलां अउर वहिके 52 मजरन के खतौनी आठ साल से कालिंजर थाना मा सील हैं। या मामला बांदा अदालत मा चलत है। किसान अदालत के फैसला के इंतजार मा हैं। किसान दिनेश कुमार नंदकिशोर अउर अवधेश बतावत हैं, ‘आठ साल पहिले चकबंदी भे रहै। वा समय गांव के कुछ मड़ई अधिकारिन से मिल के अपने नाम जमीन करा लिहिन। या बात का पता वा समय के प्रधान दादू भाई का चला तौ वा डी.एम. के हेंया आपित्त दायर करिस। जेहिमा चकबंदी करैं वाले लेखपाल अउर कानूनगो के खिलाफ रपट लिख गे अउर पूरी खतौनी सील कई दीन र्गइं। खतौनी सील करैं से हमका खेती किसानी खातिर खाद, बीज नहीं मिलत आय। क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिलत न ही हम जमीन खरीद बेंच सकित हन।’ पूर्व प्रधान दादू भाई बताइस, ‘जबै मैं आपित्त दायर करेंव तौ पूर्व डी.एम. पांच अधिकारिन के टीम बना के जांच कराइन। जांच मा लगभग दुई सौ बिगहा जमीन का घपला पावा गा।’
प्रधान रामपाल गर्ग कहत है, ‘मैं हाई कोर्ट इलाहाबाद जा के अपने कार्यकाल मा खतौनी निकरवा के रहिहौं।’ गुढ़ाकलां देखैं वाला चकबंदी प्रभारी अनिल कुमार कहत है कि जउन लेखपाल गलत पट्टा करिन हैं उनके रपट लिखी है। अदालत के आदेश से कालिंजर थाना मा खतौनी सील हैं। पूर्व डी.एम. जी.एस.नवीन कुमार राजस्व परिषद लखनऊ का चिठ्ठी लिखिन रहैं।
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