पानी के बतासे, गोलगप्पा, गुपचुप, पुचका, या फुलकी नाम चाहे जो हो काम एक ही है लोगों को अपना दीवाना बनाना।रास्ते में ठेला देखा नहीं कि हमारे सब्र का बांध टूट जाता है। खट्टे, मीठे और चटपटे स्वाद के बादशाह पानी बतासे खिलानें आज हम आपकों ले चलते है ललितपुर जिले के जैन चाट सेंटर की दुकान में।
वन्दना और रीना का कहना है कि यहां के पानी का स्वाद बहुत अच्छा लगता है पानी के स्वाद में खट्टापन रहता है। कल्पना चौरसिया का कहना है कि कालेज जाते समय यहां के ठेले में बतासे पीने जरुर आते है क्योंकि यहां का स्वाद अलग रहता है। मोहम्मद सैयद इमरान ने बताया कि मैं और मेरे दोस्त यहां बतासे पीने आते हैं क्योंकि यहां का स्वाद बहुत अच्छा लगता है। सरोज का कहना है कि सभी दुकानों से अच्छा यहां के बतासे के पानी का स्वाद रहता है।
दुकानदार अरविंद का कहना है कि बीस साल से यहां हमारी दुकान है पहले हमारी होटल की दुकान थी। पिताजी ने होटल बंद कर डी तो हम फुटपाथ पर आ गये थे फिर पिताजी ने ठेला लगाया उनकी मौत के बाद मैं इस ठेले में काम करता हूं।
रिपोर्टर-कल्पना
Published on Dec 15, 2017