जिला सीतामढ़ी के सभी गांवों में सात-आठ साल पहले मुखिया फंड के तहत सोलर लाइट लगाई तो गई थी, पर इस योजना में शुरू से ही कई समस्याएं रही हैं।
सोनबरसा प्रखण्ड के दलकावा गांव में चैमुखी रास्ते पर सोलर लाइट लगभग छः साल पहले लगाया गया। कुछ दिन जलने के बाद बन्द हो गया। वहां के अषोक कुमार, प्रगास पासवान का कहना है कि अब पूरे चैक पर अन्धेरा रहता है।
रीगा प्रखण्ड के बभनगामा गोट, वार्ड नम्बर तीन में सोलर साइट लगभग दो साल से खराब है। षांति देवी, नीतू देवी और गायत्री देवी के अनुसार कुछ दिन के बाद लाइट खराब पड़ गई। भोरहा गांव के कलम हुसैन, सरिता देवी ने कहा कि जगह-जगह बिजली न होने के कारण सोलर लाईट की सुविधा दी गई पर मुखियाओं और अधिकारियों की लापरवाही और घपलेबाज़ी के कारण कोई सुविधा नहीं मिली।
रीगा प्रखण्ड विकास पकाधिकारी प्रभात कुमार बरूआ का कहना है कि सोलर लाईट का फन्ड बंद हो गया है क्योंकि योजना में हुए घपले को लेकर पटना हाई कोर्ट में केस चल रहा है।
क्या हो सकती थी सोलर लाइट
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